इग्नू एमए साइकोलॉजी एडमिशन 2024: अगर आप इग्नू के माध्यम से एमए साइकोलॉजी कोर्स करने का विचार कर रहे है तो आप जनवरी या जुलाई सीजन में एडमिशन लेने का निर्णय ले सकते है। इग्नू एमए साइकोलॉजी एक पोस्ट ग्रेजुएशन स्तरीय कोर्स है जिसे 2 से 4 वर्ष की अवधि में पूरा किया जा सकता है। जनवरी अकेडमिक सत्र 2024 में इग्नू एमए साइकोलॉजी प्रवेश के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 20 मार्च 2024 से बढ़ाकर 31 मार्च 2024 कर दी है। इग्नू एमए साइकोलॉजी में प्रवेश हेतु छात्र के पास यूजीसी द्वारा अनुमोदित किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हो। इग्नू रजिस्ट्रेशन फीस INR 300 हैं एमए साइकोलॉजी प्रोग्राम के लिए। इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं और प्रवेश पत्र भर सकते हैं @ignouadmission.samarth.edu.in
इग्नू ने MA Psychology के लिए पुनः पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी है। 500 रुपये विलंब शुल्क के साथ इग्नू MA Psychology में पुनः प्रवेश के लिए अंतिम तिथि 31 मार्च 2024 है। इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक इग्नू पुनः पंजीकरण पोर्टल पर जा सकते हैं और फॉर्म भर सकते हैं-@https://onlinerr.ignou.ac.in/
एमए साइकोलॉजी का पूरा नाम मास्टर ऑफ़ आर्ट्स इन साइकोलॉजी है, और इसमें छात्रों को मनोविज्ञान और समाज विज्ञान से संबंधित विभिन्न पहलुओं के बारे में पढ़ाया जाता है।
इग्नू एमए साइकोलॉजी एडमिशन हाइलाइट 2024
कोर्स का नाम | मास्टर ऑफ़ आर्ट्स इन साइकोलॉजी |
कोर्स की अवधि | 2 वर्ष से 4 वर्ष |
एडमिशन सीज़न | जनवरी & जुलाई |
न्यूनतम योग्यता | 50% अंको के साथ ग्रेजुएशन |
एडमिशन प्रक्रिया | मेरिट के आधार पर |
कोर्स का माध्यम | हिंदी और अंग्रेजी |
आवेदन मोड | ऑनलाइन |
इस एमए साइकोलॉजी कोर्स में क्लीनिकल साइकोलॉजी, परामर्श साइकोलॉजी, औद्योगिक साइकोलॉजी आदि टॉपिक शामिल है।
इग्नू एडमिशन 2024
इग्नू रजिस्ट्रेशन | इग्नू री – रजिस्ट्रेशन |
इग्नू असाइनमेंट | इग्नू फीस |
इग्नू स्टूडेंट लॉगिन | इग्नू परीक्षा फॉर्म |
शैक्षिक योग्यता
अगर आप इग्नू के माध्यम से एमए साइकोलॉजी में एडमिशन लेना चाहते है तो आपके पास ये न्यूनतम योग्यता होना आवश्यक है:
इस कोर्स में एडमिशन के लिए किसी भी स्ट्रीम में किसी भी मान्य विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री की होनी चाहिए।
इसके साथ ही एमए साइकोलॉजी कोर्स में एडमिशन के लिए आपके ग्रेजुएशन में न्यूनतम 50% को होना आवश्यक है। इसके साथ ही अगर आप किसी आरक्षित क्षेणी के अंर्तगत आते है तो आपको 5% की छूट प्रदान की जाती है।
इग्नू एमए साइकोलॉजी कोर्स फीस
- इग्नू में 2 वर्षीय एमए मनोविज्ञान कोर्स की कुल फीस 18600 रुपये है।
- कोर्स फीस के अलावा उम्मीदवार को 300 आवेदन फीस के रूप में भी जमा करना होगा।
असाइनमेंट
एमए कोर्स में परीक्षा के साथ – साथ असाइनमेंट भी बहुत जरूरी होते है, क्योंकि आपके फाइनल रिजल्ट में 30% हिस्सेदारी असाइनमेंट की ही होती है। इसलिए अगर आप चाहते है कि परीक्षा में अच्छा स्कोर करे तो आपको असाइनमेंट को समय से पहले जमा करना अनिवार्य है।
इग्नू ने June TEE के लिए एमए साइकोलॉजी असाइनमेंट जमा करना शुरू कर दिया है, और इग्नू एमए साइकोलॉजी के लिए असाइनमेंट जमा करने की अंतिम तिथि 31 मार्च 2024 है।
एमए साइकोलॉजी के असाइनमेंट आप इग्नू की वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते है, अगर आप असाइनमेंट समय से पूरे नही करते है तो आपको टर्म एंड परीक्षा में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जायेगी।
इग्नू एमए साइकोलॉजी कोर्स में आवेदन कैसे करे?
- एडमिशन के लिए इग्नू के समर्थ पोर्टल पर जाकर एमए साइकोलॉजी कोर्स के लिए आवेदन किया जा सकता है।
- उम्मीदवार को यह सलाह दी जाती है कि वह आवेदन करने से पहले प्रॉस्पेक्टस को डाउनलोड कर एक बार ध्यानपूर्वक जरूर पढ़े।
- आवेदन फॉर्म को अच्छे से भरने के बाद, सबमिट करने से पहले एक बार सभी जानकारी को चेक कर ले। फिर आवेदन फॉर्म को डाउनलोड कर उसका प्रिंटआउट निकलवा ले, जिससे भविष्य में जरुरत पड़ने पर इस्तेमाल किया जा सके।
- आवेदन करने के बाद अपने यूजरनेम और पासवर्ड को याद रखना चाहिए, क्योंकि इसकी जरुरत आपको पड़ती रहेगी।
- आवेदन फीस जमा करने के लिए आप क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड या नेटबैंकिंग का इस्तेमाल कर सकते है।
आवेदन के समय आपको कुछ दस्ताबेज अपलोड करने की आवश्यकता होती है जो इस प्रकार है:
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
- सिग्नेचर
- आयु प्रमाण पत्र
- आवश्यक शैक्षिक प्रमाण पत्र
- अनुभव प्रमाण पत्र (यदि हो)
- जाति प्रमाण पत्र (यदि एससी / एसटी या ओबीसी क्षेणी से है)
- बीपीएल प्रमाण पत्र (यदि आप गरीबी रेखा के नीचे आते है)
आप एमए साइकोलॉजी कोर्स पूरा करने के बाद, वह विभिन्न साइकोलॉजी क्षेत्र में अपने करियर की शुरुआत कर सकता है, जिसमें वह एक कॉउंसलर और कंसल्टेंट आदि के रूप में काम कर सकता है। इसके साथ ही वह उम्मीदवार जो एक थेरेपिस्ट बनना चाहता है वह जरूरी लाइसेंस लेकर थेरेपिस्ट के रूप में काम कर सकता है।